दो ही चीजें अनन्त हैं – ब्रह्माण्ड और मनुष्य की मूर्खता। पहले के बारे में मैं पक्की तरह से नहीं कह सकता। ~ अलबर्ट आइन्स्टीन।
Author Archives: Gyan Dutt Pandey
ईगो
ईगो, आंख की किरकिरी की तरह है। बिना उसे साफ किये आप साफ साफ नहीं देख सकते।
उत्कृष्टता
उत्कृष्टता सदा उन लोगों ने पायी है जो यह यकीन करते हैं कि उनके अन्दर कुछ है जो परिस्थितियों से ज्यादा प्रभावी है।
रिश्ते
अच्छे रिश्ते एक पेड़ की तरह होते हैं। वे शुरू में काफी ध्यान और सम्भाल मांगते हैं। पर जैसे ही वे परिपक्व होते हैं, आप को छाया और फल से संतृप्त कर देते हैं।
प्रसन्नता
हर मिनट जो आप क्रोध में व्यतीत करते हैं, उससे आप कम से कम साठ सेकेण्ड की प्रसन्नता खो देते हैं।
दृढ़ निश्चय
चाहत से कुछ नहीं बदलता, निर्णय से कुछ बदलता है; पर दृढ़ निश्चय से सब कुछ बदल जाता है।
बच्चे
बच्चे गीले सीमेण्ट की तरह हैं – उनपर जो भी दबाव ड़ालता है, अपनी छाप छोड़ जाता है।
प्रार्थना
ईश्वर प्रार्थना के तीन उत्तर देते हैं – १. हां, २. प्रतीक्षा करो, ३. मेरे पास तुम्हारे लिये बेहतर योजना है। अत: ईश्वर पर विश्वास बनाये रखो।
मुस्कान
ऐसा नहीं है कि लोग बूढ़े होने पर मुस्कराना छोड़ देते हैं। लोग बूढ़े लगने लगते हैं, जब वे मुस्कराना छोड़ देते हैं।
धनी
आप धनी इससे नहीं बनते कि आप ज्यादा कमाते हैं, ज्यादा खर्च करते हैं या ज्यादा बचत करते हैं। आप धनी इससे बनते हैं कि आप की जरूरतें ज्यादा नहीं हैं।